फिल्मों में अब तक काल्पनिक पात्रों की कहानियां तो बहुत देखी जा चुकी हैं, पर अब स्क्रीन पर कारगिल के असली हीरो की दिलेरी की दास्तां पेश होने जा रही है। जी हां, हम बात कर रहे हैं कारगिल वॉर के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा (Captain vikram batra) के जीवन पर आधारित फिल्म ‘शेरशाह’ (Film Shershaah) की। बता दें कि कारगिल दिवस (Kargil vijay diwas) के विशेष मौके पर कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोपिक फिल्म ‘शेरशाह’ का ट्रेलर रिलीज किया गया है। जिसमें कारगिल वॉर में कैप्टन विक्रम बत्रा की बहादुरी से लेकर उनकी निजी जिंदगी और प्रेम कहानी की भी झलक मिल रही है।
ऐसे में फिल्म ‘शेरशाह’ ने उन लोगों को भी कैप्टन विक्रम बत्रा (Captain vikram batra) के नाम से रुबरू करा दिया है, जो कल तक इससे अंजान रहे हैं। गौरतलब है कि मात्र 25 वर्ष की आयु में कारगिल वॉर में पाकिस्तानी सेना को धूल चटा शहीद हुए कैप्टन विक्रम बत्रा को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। ऐसे में कैप्टन विक्रम बत्रा की बहादुरी का किस्सा जहां देश के लिए कुर्बान होने वाले युवाओं के लिए प्रेरणा है, तो वहीं उनकी प्रेम कहानी भी सच्चा प्यार करने वालों के लिए मिसाल बन चुकी है।
कुछ ऐसी है कैप्टन विक्रम बत्रा की प्रेम कहानी
असल में ये वास्तविक प्रेमकहानी जितनी खूबसूरत रही है, ये त्याग और समपर्ण से भी उतनी ही पूर्ण है। दरअसल, कैप्टन विक्रम बत्रा (Captain vikram batra) को शहीद हुए 22 साल हो चुके हैं… इतने दिनों में सेना, सरकार और जनता तो उन्हे देश शहीद के रूप में विशेष मौकों पर याद करती रही है। पर वहीं इस दुनिया में एक ऐसा भी शख्स है, जो सिर्फ उनके नाम और यादों के सहारे ही अब जीवित है और वो हैं उनकी प्रेमिका डिंपल चीमा।
बात करें इस लव स्टोरी की शुरुआत की तो विक्रम बत्रा और डिंपल चीमा की मुलाकात साल 1995 में पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में हुई थी, जहां दोनों ने साथ में एमए इंग्लिश में एडमिशन लिया था। वहीं पढ़ाई के दौरान ही विक्रम बत्रा सिलेक्शन आर्मी में हो गया और वो ट्रेनिंग के लिए इंडियन मिलिट्री अकादमी देहारदून चले गए। पर आईएमए में जाने के बाद उनका रिश्ता और भी मजबूत हो गया। कैप्टन विक्रम बत्रा ने अपने घर में बता दिया था कि वो जब भी शादी करेंगे अपनी खास दोस्त से ही करेंगे।
जब कैप्टन विक्रम बत्रा ने खून से भरी थी प्रेमिका की मांग
ऐसे में परिवार ने भी कैप्टन विक्रम बत्रा और डिंपल के रिश्ते को स्वीकार कर ये फैसला किया था कि जब विक्रम बत्रा कारगिल युद्ध से वापस आएंगे तो उन दोनी की शादी कर दी जाएगी। इसी दौरान एक मुलाकात में विक्रम बत्रा ने अपना अंगूठा काट उस खून से डिंपल की मांग भी भर थी। इस बारे में डिंपल एक इंटरव्यू में बता चुकी हैं कि वो पल उनकी जिंदगी का सबसे अनमोल पल था, उसी एक पल के सहारे डिंपल, विक्रम बत्रा की शहादत के बाद भी जी सकी हैं।
अधूरी होकर भी पूरी है Captain vikram batra की प्रेम कहानी
कारगिल वार में शहीद होने के बाद कैप्टन विक्रम बत्रा जब तिरंगे के कफन में लिपटकर वापस आए तो डिंपल चीमा उन्हें अंतिम विदाई देने पालमपुर आईं। यहीं पर डिंपल की पहली बार कैप्टन विक्रम बत्रा के माता-पिता से मुलाकात हुई और उन्होने अपना फैसला सुना दिया कि वो विक्रम बत्रा की शहादत के बाद अब किसी और के साथ शादी नहीं करेगी। तभी डिंपल की उम्र महज 22 साल की थी और उन्होनें पूरी जिंदगी अपने प्यार के नाम कुर्बान कर दी। ऐसे में कैप्टन विक्रम बत्रा के पिता जीएल बत्रा भी दोनों के प्यार को सच्चा प्यार की मिसाल बताते हैं।
जाहिर है ऐसी प्रेम कहानी किसी लेखक की कलम की स्याही से नहीं बल्कि एक सैनिक के खून ही लिखी जा सकती थी। दुनिया इस अमर प्रेम कहानी के साथ कैप्टन विक्रम बत्रा (Captain vikram batra) को हमेशा सलाम करती रहेगी। बता दें कि फिल्म ‘शेरशाह’ स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 12 अगस्त को अमेज़न प्राइम वीडियो पर रिलीज होने जा रही है।