ईद के मौके पर फिल्म ‘राधे’ की रिलीज के साथ ही सलमान खान की कमिटमेंट पूरी हो चुकी है और फैंस को ईदी के तोहफे में सलमान की फिल्म ‘राधे योर मोस्ट वांटेड भाई’ की सौगात मिल गई है। पर जानने और समझने वाली बात तो ये है सलमान की इस ईदी में कितना दम है, क्योंकि सलमान के फैंस तो भाई जान के तोहफे के रूप में कुछ भी भी हजम कर लेंगे, पर एक आम दर्शक के लिए ये जानना जरूरी है कि सलमान की फिल्म ‘राधे योर मोस्ट वांटेड भाई’ में ऐसी क्या खासियत है जो उसे देखने के लिए ऑनलाइन पैसे खर्च किए जाए। इसलिए हम आपके लिए लेकर आए है फिल्म राधे का रिव्यू (Radhe review) …
एक्शन फिल्म में जमकर कूटा गया मसाला
सबसे पहले कहानी की बात करे तो ‘राधे’ एक्शन फिल्म है, जिसमें 80-90 के दशक वाला हर फिल्मी मसाला इस्तेमाल किया गया है। फिल्म का हीरो राधे एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर है जो पिछले 10 साल में 23 ट्रांसफर और 97 एनकाउंटर के लिए विख्यात है। मुंबई में फैल रहे नशीले पदार्थों का कारोबार खत्म करने के लिए राधे का निलंबन खत्म कर उसे पुलिस फोर्स में वापस लाया जाता है। अब राधे का मुकाबला शुरू होता है मुंबई ड्रग के माफिया राणा ( रणदीप हुड्डा) से।
राणा के गिरोह को खत्म करने के लिए राधे यानि सलमान को खूब सारी फाइट करनी पड़ती है। जमीन से लेकर हेलीकॉप्टर तक में राधे एक्शन दिखाते हुए फाइट करता है और फिर हिंदी फिल्मों के चिरपरिचत हीरो के अंदाज में विलेन को मात दे बुराई पर अच्छाई की जीत साबित कर देता है। वहीं पुलिस-अपराधी की धर-पकड़ वाली इस कहानी में लव स्टोरी भी है.. राधे का दिल आता है उसी के डिपार्टमेंट के सीनियर ऑफिसर अविनाश की बहन दीया ( दिशा पटानी) पर, जिसके साथ सलमान खान शर्टलेस रोमांस सीन भी है।
कुल मिलाकर इस एक्शन फिल्म में कूट-कूट कर मसाला भरा गया है, पर स्वाद फिर भी फीका ही रह गया है।
राधे नहीं प्रभु देवा नाचे सलमान के इशारे पर
आमतौर पर एक्टर फिल्म के डायरेक्टर के इशारे पर काम करता है और उसके कहे मुताबिक अपना बेस्ट देता है। पर फिल्म ‘राधे’ देखकर तो ये लगता है इसके डायरेक्टर प्रभु देवा ने ही सलमान के इशारे पर काम किया हो। दरअसल, सलमान की फिल्मों का एक सेट पैटर्न बन चुका है, जहां सलमान जो कर दें वो अभिनय हो जाता है, जो बोल दें वो डायलॉग और जो मूव्स दिखा दें वो डांस स्टेप। राधे में भी बिलकुल यही देखने को मिला है, मतलब आपको सलमान के स्टाइल स्टेटमेंट के अलावा फिल्म में कुछ भी खास नजर नहीं आएगा।
एक्टिंग के नाम पर कलाकारों का डायलॉग रिहर्सल
वैसे तो सलमान खान से एक्टिंग की उम्मीद करना बेमानी है पर जब फिल्म रिव्यू (Radhe review) का मामला है तो इस पर भी बात कर ही लेते हैं। फिल्म राधे में सलमान खान अपने ही रंग में रंगे में नजर आते हैं, मानो सलमान ने राधे का किरदार नहीं बल्कि अवतार लिया है, जिसके लिए उनके फैंस सालों से तरस रहे थें। बाकी कलाकारों की बात की जाए तो दिशा पाटनी इस फिल्म में शो पीस से अधिक कुछ नहीं है, राधे में दिशा का काम सिर्फ उनकी इंस्टाग्राम तस्वीरों की याद दिलाता है। वहीं जैकी श्रॉफ और रणदीप हुड्डा को देख लगता है दो प्रतिभावान कलाकारों ने इस फिल्म में सिर्फ अपना वक्त जाया किया है।
क्यों देखनी चाहिए
अगर बात की जाए फिल्म राधे क्यों देखनी चाहिए तो इसका सीधा सा जवाब है कि अगर आप सलमान खान के डाई-हार्ड फैन हैं तो तो डिजिटल एंटरटेनमेंट के युग में राधे जैसी फिल्म को ऑनलाइन देखने का शौक पूरा कर सकते हैं। क्योंकि फिल्म राधे में वो हर बात है जो सलमान की फिल्मों में देखने को मिलती है… सलमान का शर्टलेस अवतार, हल्की-फुल्की स्टोरी लाइन जिसको समझने के लिए अधिक दिमाग लगाने की जरूरत नहीं पड़ती और साथ ही धौंस जमाने वाले भारी भरकम डायलॉग।
क्या है ख़ामियां
अब बात ख़ामियों की करें तो फिल्म ‘राधे’ ईदी के नाम पर सलमान के फैंस को मिली बेदम बिरयानी जैसी है, जिसमें एक्शन के नाम पर बिना सिर पैर वाले दृश्य और रोमांस के नाम पर बोरिंग सी लव स्टोरी है। सलमान-दिशा की जिस केमेस्ट्री को इसमें भुनाने की कोशिश गई है, वो भी आपको निराश ही करती है। कुल मिलाकर सलमान खान के फैंस के लिए ये ईदी वाली दावत कुछ ऐसी है कि जो खाए वो पछताए और जा न खाए वो भी।
खैर बाकि आपकी मर्जी है कि फिल्म ‘राधे’ देखनी है या नहीं, हम उम्मीद कर सकते हैं कि ये रिव्यू (Radhe review) पढ़ कर आपके चुनाव का काम कुछ हद तक आसान हो गया होगा।