फरहान अख्तर की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘तूफान’ अमेज़न प्राइम वीडियो पर 16 जुलाई को रिलीज हो चुकी है और इसी के साथ फैंस का लंबा इंतजार भी खत्म हो चला है। गौरतलब है कि कोराना के चलते जहां इस फिल्म को रिलीज के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा है, वहीं फिल्म ‘तूफान’ के साथ लव जिहाद की कहानी पेश करने का विवाद भी जुड़ा रहा है। ऐसे में फिल्म ‘तूफान’ पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं कि वास्तव में इस तूफान में कितना दम है। इसलिए हमने भी ये फिल्म देखी और आपके लिए लाए हैं इसका रिव्यू (Toofan Movie Review)…
डोंगरी के गुंडे की नेशनल बॉक्सर बनने की कहानी है तूफान
फिल्म तूफान की कहानी की बात करें तो ये एक गुंडे( अज्जू भाई) के राष्ट्रीय स्तर के मुक्केबाज बनने के सफ़र को बयां करती है। इस सफ़र में उसका साथ देते हैं, उसके कोच (परेश रावल) और उसकी गर्लफ्रेंड (मृणाल ठाकुर)। कहानी कुछ इस तरह है कि अनाथालय में पला अजीज अली उर्फ अज्जू (फरहान अख्तर) वसूली करता है, पर एक रोज जब वो डॉक्टर अनन्या प्रभु (मृणाल ठाकुर) से मिलता है तो उसे अहसास होता है कि वो इज्जत का काम नहीं कर रहा है।
ऐसे में अनन्या से मिलने के बाद अज्जू इज्जत कमाने के लिए बॉक्सिंग करने का फैसला ले लेता है। इस राह में कोच नाना प्रभु (परेश रावल) उसका साथ देते हैं और उनके मार्गदर्शन में वो स्टेट चैम्पियनशिप का सफर तय कर लेता है। अब अज्जू अजीज अली बॉक्सर बन चुका है, पर उसकी सफलता की इस राह में मुश्किल तब आती है जब उसके कोच नाना को पता चलता है कि अज्जू उसी की बेटी अनन्या से प्यार करता है और वो उसके साथ घर बसाना चाहता है। नाना को मुस्लिम लड़के का अपनी बेटी से ये रिश्ता मंजूर नहीं है।
इसके बाद अनन्या और अज्जू कोर्ट मैरिज के साथ जीवन की नई पारी की शुरूआत करते हैं, लेकिन इसके बाद परिस्थितियां कुछ ऐसी बनती हैं कि अजीज अली पर बॉक्सिंग फेडरेशन 5 साल का बैन लगा देती है। इसके बाद अज्जू की जिंदगी में उठा तूफान उस मंजर पर जाकर खत्म होता हैं जहां वो अपना प्यार हमेशा के लिए खो देता है। फिर सब कुछ खोने के बाद वो एक बार फिर जिंदगी का बाजी जीतने की ठानता है और इस तरह से फिल्म तूफान की कहानी बॉक्सिंग रिंग से लेकर और निजी जिंदगी के उतार चढ़ाव को बयां करती है।
कुल मिलाकर खेल की पृष्टिभूमि पर रची गई फिल्म तूफान की कहानी आम बॉलीवुड फिल्मों जैसी ही है, जिसमें हीरोइन के मरने के बाद हीरो एक नए सफर पर निकलता है। खैर इस फिल्म की कहानी का पूरा सस्पेंस हम यहीं नहीं खत्म करेंगे। हमारा मकसद इसका रिव्यू (Toofan Movie Review) देने की तो निर्देशन और फिल्म के बाकी पक्षों की बात कर लेते हैं।
‘भाग मिल्खा भाग’ जैसा करिश्मा नहीं दोहरा पाए राकेश ओम प्रकाश मेहरा
राकेश ओम प्रकाश मेहरा की डायरेक्शन की बात करें तो इससे पहले फरहान अख्तर और राकेश ओमप्रकाश की जोड़ी ‘भाग मिल्खा भाग’ जैसी सुपरहिट फिल्म दे चुकी है, ऐसे में फिल्म तूफान से भी दर्शकों की काफी उम्मीदें बंधी हैं। पर देखा जाए तो फिल्म तूफान में राकेश ओम प्रकाश मेहरा ‘भाग मिल्खा भाग’ जैसा करिश्मा नहीं दोहरा पाए हैं। बॉक्सिंग मैच में वास्तविकता के करीब दृश्य रचने के बावजूद भी राकेश ओम प्रकाश मेहरा स्पोर्ट्स ड्रामा वाला रोमांच लाने से चूक गए हैं।
कलाकारों के दमदार अभिनय ने इस तूफान को दिया बेहतर रुख
औसत कहानी और उम्मीद से कम स्पोर्ट्स ड्रामा के बावजूद जिस बात फिल्म तूफान को देखने लायक बनाया है वो इसके कलाकारों का दमदार अभिनय। डोंगरी के गुंडा अज्जू और नेशनल बॉक्सर अजीज अली दोनों ही रूपों को फरहान अख्तर ने बेहतर तरीके से निभाया है। जबकि अनन्या की भूमिका में मृणाल ठाकुर जंचीं हैं, स्क्रीन पर मुस्कान बिखेरती मृणाल सीधे दर्शकों के दिल उतरती हैं। वहीं परेश रावल के अभिनय के क्या कहने, उनके जैसा कलाकार जिस किरदार में जो अभिनय कर दें वो ही वास्तविक लगने लगता है। इनके अलावा अपनी-अपनी भूमिका में सुप्रिया पाठक, विजय राज, हुसैन दलाल और दर्शन कुमार भी ध्यान खींचते हैं।
क्या हैं ख़ामियां
अब फिल्म रिव्यू (Toofan Movie Review) की है तो ख़ामियों का जिक्र करना भी जरूरी है। तो देखा जाए तो फिल्म तूफान से दर्शकों को जिस तरह की उम्मीद लगें थी, उसके मुकाबले पर ये फिल्म पूरी ख़री उतरती नहीं दिखती है। कहानी पूरी तरह से प्रिडिक्टेबल है, जो इसे औसत फिल्म का दर्जा ही दिला पाती है, वहीं इसमें स्पोर्ट्स ड्रामा वाले रोमांच की कमी भी खलती है।
क्यों देखनी चाहिए
अब बात करें कि फिल्म ‘तूफान’ क्यों देखनी चाहिए तो औसत मनोरंजन वाली ये फिल्म इस वीकेंड के लिए ठीक-ठाक टाइम पास है। खासकर कलाकारों का अभिनय तो देखने लायक है ही, खासकर फरहान अख्तर के फैंस तो उनके अभिनय को देश निराश नहीं होने वाले हैं।