खेल का जुनून अब सिनेमा का हिट फॉर्मूला बन चुका है… इकबाल, मैरी कॉम, एम एस धोनी की अपार सफलता के बाद तो हर कोई इस हिट फॉर्मूले को आजमा रहा है। इस दौड़ में जहां साइना नेहवाल की बायोपिक ‘साइना’ और तापसी पन्नू की अपकमिंग फिल्म ‘शाबाश मिट्ठू’ शामिल हो चुकी हैं.. तो वहीं ओटीटी प्लेटफॉर्म भी अपने दर्शकों के मनोरंजन के लिए इस तरह के कंटेंट ला रहे हैं। इस कड़ी में ओटीटी प्लेटफॉर्म एरोस नाउ लेकर आया है वेब सीरीज 7 कदम ।
जी हां, आपको बता दें कि बॉलीवुड एक्टर अमित साध और रोनित रॉय की वेब सीरीज ‘7 कदम’ 24 मार्च को एरोस नाउ (Eros Now) पर रिलीज हो चुकी है। कुछ दिनों पहले रिलीज हुए ‘7 कदम’ के ट्रेलर और गानों ने पहले से ही इस सीरीज के प्रति फैंस की दिलचस्पी बढ़ी दी है। ऐसे में हर कोई इस वेब सीरीज का रिव्यू जानना चाहता है। इसलिए हम आपके लिए लेकर आए हैं इस वेब सीरीज का रिव्यू।
कैसी है ‘7 कदम’ की कहानी
असल में ये फुटबॉल पिच पर लिखी अनसुलझे रिश्तों की दास्तां हैं, जिसमें एक पिता का सपना अपने बेटे को एक पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ी बनाना है तो वहीं बेटा अधिक से अधिक पैसे कमाने की ख्वाहिश रखता है। पैसों की इस ख्वाहिश में बेटा एक दिन अपने पिता का प्रतिद्वंदी बनने से भी नहीं चूकता है।
‘7 कदम’ सीरीज की शुरूआत ही बाप-बेटे की टीम के बीच खेले जा रहे हैं फुटबॉल मैच के रोमांचक दृश्य से होती है। जहां आसनसोल 11 और कोलकाता बागान के बीच फुटबॉल के खेल में 18 सेकंड बचे हैं.. रवि यानि कि अमित साध को पेनॉल्टी शूटआउट की आवश्यकता है। पर रवि के लिए ये आसान निर्णय नहीं है क्योंकि इससे उसके बाबा यानि कि रोनित रॉय जोकि विपक्षी टीम के कोच हैं, उनका और रवि के परिवार के भविष्य का फैसला होना है।
रवि को 7 कदम की दूरी तय कर फुटबॉल तक पहुंचना है और पेनॉल्टी शूटआउट करना है और यही 7 कदम इस सीरीज की कहानी का सार है। रवि ये कर पाएगा या नही ये तो आप सीरीज में देखिएगा, क्योंकि ये बताकर हम कहानी का रोमांच और सस्पेंस खत्म नहीं करना चाहते। फिलहाल हम आपको इस सीरीज की खूबियां और खामियां बता सकते हैं।
क्या हैं खामियां
इस सीरीज की सबसे बड़ी कमी ये है कि शुरूआत के फुटबॉल मैच के सीन के अलावा इसमें खेल का कुछ खास रोमांच देखने को नहीं मिलता। जैसा कि दंगल और चक दे इंडिया जैसी फिल्मों में रचा गया है। दरअसल, किसी भी खेल पर आधारित फिल्मों का मुख्य आकर्षण ही यही होता है। पर यहां पर सीरीज के निर्देशक मोहित झा ऐसा रोमांच रच पाने में चूक गए हैं। बाप-बेटे के रिश्ते को दिखाने के चक्कर में ये स्पोर्ट्स ड्रामा, एक फैमिली ड्रामा बन कर रह गई है।
क्यों देखनी चाहिए
बात करें कि ‘7 कदम’ क्यों देखनी चाहिए तो बता दें कि इस सीरीज में अमित साध और रोनित रॉय दोनों ने कमाल का अभिनय किया है। बाप-बेटे के रिश्ते की कशमकश को दिखाने में दोनों का अभिनय वास्तिवक लगता है। ऐसे में अगर आप रोनित रॉय या अमित साध के फैन हैं तो फिर आपको ये वेब सीरीज देखनी बनती है। इसके अलावा श्रेया घोषाल की मधुर आवाज में इस सीरीज के गाने भी ध्यान आकर्षित करते हैं। इसलिए होली की छुट्टी वाले इस माहौल में आप इस सीरीज का आनंद ले सकते हैं।
वैसे आपको ये भी बता दें कि ‘7 कदम’ सीरीज का पहला एपिसोड एरोस नाउ ने अपने यूट्यूब अकाउंट पर शेयर कर दिया है। यहां आप इसका पहला एपिसोड फ्री में देख सकते हैं।
इसके अलावा आप एरोस नाउ ओटीटी प्लेट फॉर्म पर इसका पहला एपिसोड फ्री में और बाकी के तीन एपिसोड प्रीमियम सब्सक्रिप्शन के साथ देख सकते हैं।